हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।
सवाल:क्या सदके का पैसा निकाल कर डब्बे में रखना काफी है?
उत्तर:अगर इंसान अपने सदके को किसी डब्बे वगैरह में जमा करें तो ऐसा करने से माल इसकी मिल्कियत से खारिज नहीं होगा हां अगर कोई ऐसी संदूक हो जो आम लोगों के लिए हो की अपने सदक़ात इस में डाले और किसी मखसूस जगह में इस्तेमाल किया जाता हो तो यह माल उसकी मिल्कियत से खारिज हो जाएगा और इस से मखसूस हो जाएगा जिसके लिए संदूक को रखा गया है और इसे दूसरे जेहत में खर्च करना जायज नहीं हैं।